बिहार की राजनीति में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान का रुख इन दिनों चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है। पार्टी सूत्रों के अनुसार चिराग अपने संगठन के लिए ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं। उनका मानना है कि लोक जनशक्ति पार्टी का जनाधार पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुआ है और पार्टी को उसके अनुपात में चुनावी सीटें मिलनी चाहिए।
सूत्रों का दावा है कि चिराग पासवान लगभग 40 सीटों की मांग कर रहे हैं, जबकि भाजपा और जेडीयू उन्हें 25 सीटों तक सीमित रखना चाहती हैं। इसी कारण चिराग की नाराजगी लगातार बढ़ रही है और वे इशारों-इशारों में एनडीए से अलग होने के संकेत भी दे रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह केवल दबाव बनाने की रणनीति है। उनका कहना है कि एनडीए से अलग होने का फैसला चिराग के लिए बेहद जोखिम भरा होगा क्योंकि इससे न केवल उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ेगा बल्कि उनकी पार्टी में टूट की आशंका भी बढ़ सकती है।
